हमारा शरीर सबसे अद्भुत और दक्ष मशीन है।
ईश्वर ने इसे एक बेहतरीन स्वयं-रखरखाव तंत्र (Self-Maintenance Mechanism) के साथ बनाया है।
शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स प्राकृतिक रूप से बनते हैं जो शरीर की रक्षा करते हैं।
कुछ मात्रा हमें खाद्य पदार्थों से भी मिलती है।
एंटीऑक्सीडेंट्स का मुख्य कार्य है – शरीर की कोशिकाओं को हानिकारक फ्री रेडिकल्स (Free Radicals) से बचाना।
फ्री रेडिकल्स क्या हैं?
फ्री रेडिकल्स अस्थिर अणु (Unstable Molecules) होते हैं, जो शरीर में भोजन को ऊर्जा में बदलने या व्यायाम करने के दौरान स्वाभाविक रूप से बनते हैं।
फ्री रेडिकल्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (Oxidative Stress) उत्पन्न करते हैं, जिससे कोशिकाओं को नुकसान पहुँचता है और उम्र से जुड़ी समस्याएँ जैसे मांसपेशियों का क्षरण हो सकता है।
ये बहुत सक्रिय होते हैं और आसानी से एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ जुड़ जाते हैं।
लेकिन यदि ऐसा न हो पाए तो ये इकट्ठा होकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस नामक स्थिति बना देते हैं।
यह स्ट्रेस शरीर में ऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा करता है।
यदि यह लंबे समय तक बना रहे तो दीर्घकालिक बीमारियाँ (Chronic Diseases) हो सकती हैं।
हानिकारक प्रभाव (जब ये रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करते हैं):
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कोशिकाओं और ऊतकों को नुकसान
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डीएनए को नुकसान
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प्रोटीन के साथ प्रतिक्रिया
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कैंसर
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हृदय रोग
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तंत्रिका संबंधी रोग (Neurological Diseases)
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फेफड़ों की बीमारी
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रूमेटॉइड आर्थराइटिस
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किडनी की समस्या (Nephropathy)
एंटीऑक्सीडेंट्स कैसे मदद करते हैं?
एंटीऑक्सीडेंट्स जब फ्री रेडिकल्स से जुड़ते हैं तो उन्हें स्थिर कर देते हैं और उन्हें हानिकारक बनने से रोकते हैं।
पौधों से मिलने वाले श्रेष्ठ एंटीऑक्सीडेंट्स:
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स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, चुकंदर, पालक
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बीन्स, बीज, साबुत अनाज
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मेवे, जड़ी-बूटियाँ, मसाले
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फाइटोन्यूट्रिएंट्स (Anthocyanins और Beta Carotene से भरपूर)
👉 स्ट्रॉबेरी में Anthocyanins पाए जाते हैं जो हृदय रोग का जोखिम कम करते हैं।
👉 फल और सब्जियों से भरपूर आहार एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
उदाहरण: विटामिन C, विटामिन E, सेलेनियम और कैरोटेनॉइड्स।
इनका सेवन करने वाले लोगों में बीमारियों का खतरा कम पाया गया है।
सावधानी:
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एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा (Supplement) हानिकारक हो सकती है।
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जैसे विटामिन E अधिक लेने से रक्तस्राव और स्ट्रोक का खतरा।
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ब्लड थिनर लेने वालों में ज्यादा खुराक से ब्लीडिंग हो सकती है।
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धूम्रपान करने वालों में उच्च बीटा-कैरोटीन से कैंसर का खतरा।
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👉 कभी-कभी फ्री रेडिकल्स लाभदायक भी होते हैं, इसलिए उनका पूरा हटाना भी हमेशा सही नहीं होता।
विज्ञान कहता है:
फ्री रेडिकल्स + एंटीऑक्सीडेंट्स = स्थिर हो जाते हैं, कोई नुकसान नहीं होता।
👉 भोजन से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स सप्लीमेंट्स से बेहतर होते हैं, क्योंकि भोजन में विटामिन E, K और अन्य प्राकृतिक रूप मौजूद रहते हैं जबकि सप्लीमेंट्स में केवल एक ही रूप होता है।
बोनस टिप्स:
फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।
ये फाइबर में उच्च, संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल में कम होते हैं तथा विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं।
👉 विविधता का आनंद लें।
👉 ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचने के लिए नियमित मध्यम व्यायाम करें।
फ्री रेडिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का संतुलन हमारे शरीर की स्वाभाविक और स्वस्थ क्रियाओं को बनाए रखता है।
जब यह संतुलन बिगड़ता है तो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और बीमारियाँ होना तय है।
फ्री रेडिकल्स के संपर्क से पूरी तरह बचना संभव नहीं है, लेकिन सही जीवनशैली, आहार और पर्यावरण का चयन करके हम नुकसान और रोगों से बच सकते हैं।
मेरे अनुभव (My Results with Antioxidants):
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अच्छी ऊर्जा का स्तर
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उंगलियों में बेहतर रक्त संचार
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ताजगी और सतर्कता
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शरीर और मन में चुस्ती
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